मैंने गंगा में फूल बहाये, ओ बन्नी रानी तेरे लिए
सिर बन्नी के टीका सोहे
बिंदिया पे रतन जड़े, ओ बन्नी रानी तेरे लिए ||1||
कान बन्नी के झुमका सोहे,
नथनी पे रतन जड़े, ओ बन्नी रानी तेरे लिए ||2||
गले बन्नी के हरवा सोहे,
माला पे रतन जड़े, ओ बन्नी रानी तेरे लिए ||3||
हाथ बन्नी के चूड़ी सोहे,
मेहंदी पे रतन जड़े, ओ बन्नी रानी तेरे लिए ||4||
कमर बन्नी के तगड़ी सोहे,
गुच्छा पे रतन जड़े, ओ बन्नी रानी तेरे लिए ||5||
पैर बन्नी के पायल सोहे,
महावर पे रतन जड़े, ओ बन्नी रानी तेरे लिए ||6||
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