बन्नो की मेहंदी बहुत रचनी
मेरा ससुरा पूछे रात
छोटी कहाँ रचाए हाथ
मैं तो गयी जागरण रात
मैंने वहीँ रचाए हाथ || 1 ||
मेरा जेठ पूछे रात
छोटी कहाँ रचाए हाथ
मैं तो गयी जागरण रात
मैंने वहीँ रचाए हाथ || 2 ||
मेरा देवर पूछे रात
भाभी कहाँ रचाए हाथ
मैं तो गयी जागरण रात
मैंने वहीँ रचाए हाथ || 3 ||
मेरा नंदोई पूछे रात
भाभी कहाँ रचाए हाथ
मैं तो गयी जागरण रात
मैंने वहीँ रचाए हाथ || 4 ||
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